शनिवार, 2 मार्च 2019

सुलतानपुर-चीनी मिल सुलतानपुर के कर्मचारियों के 19 माह का बकाया वेतन को धरने की समस्याओं एवं महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर किसान दिवस पर हुई चर्चा

सुलतानपुर-चीनी मिल सुलतानपुर के कर्मचारियों के 19 माह का बकाया वेतन को धरने की समस्याओं एवं महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर किसान दिवस पर हुई चर्चा

किसान सहकारी चीनी मिल सुलतानपुर के कर्मचारियों ने 19 माह का बकाया वेतन भुगतान को लेकर तीसरे दिन भी हड़ताल जारी रखा। अधिकारियों के काफी मान मनौव्वल के बाद भी कर्मी अपनी मांगों पर अड़े रहे। लगभग 5 घंटे बाद भी नही बनी अधिकारियों की बाात और लौटना पड़ा फिर खाली हाथ। तो वही किसान कर्मियों व मिल प्रशासन के द्वंद में यार्ड के अंदर 2 सौ ट्रैक्टर ट्रालियों पर लदी करीब नौ हजार क्विंटल गन्ने सूख रही है। वही महीनों भर सेे खड़े ट्रेक्टर व गन्ना किसानों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जिसकी सुधि लेने वाला कोई नही है।


दरअसल जिले की एकलौती किसान सहकारी चीनीमिल गोसाईगंज इलाके के सैदपुर गांव में स्थित है। जिले और आसपास के गन्ना किसान इसी मिल के सहारे गन्ना की बुवाई करते है। पिछले 3 दिनों से किसानों का गन्ना नही लिया जा रहा है और सैकड़ो ट्रालियां गन्ने से भरी सड़को पर खड़ी है।कारण है गन्ना मिल के कर्मचारी हड़ताड़ पर है और आपको जानकर हैरानी होगी की मिल के कर्मचारी पिछले 19 महीने से बगैर वेतन के काम कर रहे है। अब स्थिति यह हो गई की कर्मचारियो को अपनी जीविका चलाने में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। मजबूर होकर कर्मचारियों ने काम बंद कर दिया और धरने पर बैठ गए है। उनका कहना है कि जब तक उनका वेतन नही मिल जाता वह काम पर वापस नही जाएंगे।


वही सुल्तानपुर किसानों की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है। अबकी सत्र में पेराई कार्य विलंब से शुरू होने के चलते अधिकांश किसानों ने अपनी गन्ने की फसल को औने पौने दामों में क्रेशरों को बेंच दिया। मिल चलने के बाद किसानों को पहले पर्ची की समस्या से जूझना पड़ता है और अब उन्हें मिल प्रशासन व कर्मचारियों के बीच हो रही रस्सा कशी का सामना करना पड़ रहा है। 18-19 माह के बकाया वेतन भुगतान की मांग को लेकर मिल के कर्मचारियों ने तीसरे दिन भी पेराई कार्य बाधित रखते हुए हड़ताल जारी रखा। वही गन्ना किसानों का आरोप है कि हमलोग आज एक महीनों से ट्रेक्टर ट्रॉली पर गन्ना लादे हुए खड़े है हमारा गन्ना नहीं लिया गया और तो और अब तो तीन दिन से चीनीमिल भी बंद हो गया है अब और परेशानी बढ़ गई है। हमारे गन्ने को स्थानीय लोग उठा ले जा रहे है हम लोग किससे किससे लड़ाई करें। जिसको लेकर अब हमलोगों की परेशानियाँ ही परेशानियाँ पैदा हो रही है। हमलोगों की सुधि लेने वाला कोई नहीं है।


वही दूसरी ओर जिम्मेदार अधिकारी लगातार कर्मचारियो से वार्ता कर धरना समाप्त कराने के उपाय में लगे है। इस बारे में गन्ना अधिकारी अशर्फीलाल का कहना है कि शासन से लगभग 7 करोड़ 85 लाख रुपये रिलीज़ हो चुका है और अप्रैल माह में सबका भुगतान कर दिया जायेगा। फ़िलहाल कर्मचारियो को 10000 रूपये का तत्काल भुगतान कर जल्द से जल्द मिल को चालू कराये जायेगा। आपको बता दे की इससे पहले भी मिल कर्मचारी वेतन भुगतान को लेकर प्रदर्शन कर चुके है लेकिन उनके हाथ आश्वासन के अलावा कुछ नही लगा। फ़िलहाल देखने वाली बात यह है की क्या कर्मचारी अपना धरना अब कब समाप्त करते है और मिल कब शुरू होती है। कि जिससे किसानों को राहत मिलेगी।


18-19 माह के बकाया वेतन भुगतान की मांग को लेकर मिल के कर्मचारियों ने आज तीसरे दिन भी पेराई कार्य बाधित रखते हुए हड़ताल जारी रखा। फिर चीनीमिल जीएम व जिला प्रशासन के अधिकारीयों ने चीनीमिल कर्मचारियों को करोड़ों का सपना दिखा कर बात बनाने की कोशिश की,लेकिन कोई बात नहीं बनी। अब तो यह देखना होगा कि यह इकलौती किसान सहकारी चीनीमिल का चक्का कब घूमता है या फिर वैसे ही ठप रहेगा।


किसान दिवस में किसानों की समस्याओं एवं महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर चर्चा।

उप निदेशक कृषि द्वारा चीनी मिल कर्मियों की मांग पर डीएम से वार्ता कर हड़ताल समाप्त कराया।

सुलतानपुर 02 मार्च, जिलाधिकारी दिव्य प्रकाश गिरि के निर्देशानुसार उप कृषि निदेशक शैलेन्द्र कुमार शाही की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में किसान दिवस का आयोजन किया गया, जिसमें  किसानों की समस्याओं को सुनकर उसका निस्तारण भी मौके पर कराया गया।

उप निदेशक कृषि को भोला सिंह, हृदय राम वर्मा, अमित कुमार शुक्ल आदि ने किसानों की समस्याओं सहित चीनी मिल कर्मियों के लंबित वेतन के भुगतान एवं किसानों के गन्ना खरीद एवं भुगतान आदि के सम्बन्ध में किसान दिवस के दौरान बताया। किसान दिवस के उपरान्त उप निदेशक कृषि द्वारा अपना सार्थक प्रयास कर जिलाधिकारी से चीनी मिल कर्मियों की मांगों के सम्बन्ध में वार्ता कर के हड़ताल समाप्त कराये जाने की घोषणा सम्बन्धित द्वारा की गयी और हड़ताली कर्मचारी अपने-अपने काम पर लग गये। जिलाधिकारी ने कहा कि उनकी विभिन्न मांगों के सम्बन्ध में शासन से वार्ता कर उनके समस्याओं का निदान प्राथमिकता से कराया जायेगा।

किसान दिवस में उप निदेशक कृषि द्वारा बताया गया कि जनपद में किसानों के लिये खाद एवं उर्वरकों व कीटनाशक दवाओं की कोई कमी नही है। किसानों की मुख्य समस्या गन्ना खरीद की है, जिसका निस्तारण उनके द्वारा कराया गया। उन्होंने किसानों को सोलर पावर पम्प लगाने के सम्बन्ध विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने यह भी कहा कि इस योजना का लाभ ‘‘पहले आओ पहले पाओ‘‘। उन्होंने किसान भाईयों से अनुरोध किया है कि जनपद के लघु एवं सीमान्त कृषक अपना आधार कार्ड एवं खाता संख्या अपने क्षेत्रीय लेखपाल को यथाशीघ्र उपलब्ध करा दें, ताकि उन्हें प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना से लाभांवित कराया जा सके।

इस अवसर पर मुख्य पशु चिकित्साधिकारी अजीत सिंह, अधिशाषी अभियन्ता विद्युत, बाल कृष्ण प्रजापति, भूमि संरक्षण अधिकारी, ए.आर. कोआपरेटिव/खण्ड विकास अधिकारी दूबेपुर सहित अन्य अधिकारी व किसान राजेश कुमार सिंह, अशोक कुमार वर्मा, राम शंकर चौधरी व सत्य नारायण आदि उपस्थित रहे।

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