अमेठी।लेखपाल ने दिया धरना ,प्रशासन का काम चौपट, अधिवक्ता के खिलाफ मुकदमा और गिरफ्तारी तय करे शासन
चंदन दुबे की रिपोर्ट
अमेठी। उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ में अपनी पांच सूत्रीय मांगों को लेकर तहसील परिसर में धरना देकर अपने मांगों के समर्थन में प्रदर्शन किया। जब तक बातें नही मानी जायेगी लेखपाल संघ अपने कामों पर उतरनें को तैयार नही है। लेखपाल संघ ने चेतावनी दी है कि उत्तर प्रदेश शासन सुरक्षा के नाम पर मौन है और प्रदेश में अधिवक्ता मनमानें ढ़ग से उग्रता रूप धारण किये है।
उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ अमेठी अध्यक्ष दयाशंकर शुक्ला और महामंत्री अरविन्द सिंह ने अपने मांगों के समर्थन में कहा कि संघ के महिला लेखपाल के साथ अभ्रदता और बदसलूकी करने वाले की तत्काली गिरफ्तार हो। यही नही कथाकथित अधिवक्ताओं की अदालतों में काम करने पर पाबदी लगायी जाय।और बारकांउसिलिंग आफ
इण्डिया से अधिवक्ताओं का पंजीकरण निरस्त किया जाय। और लेखपालों को सुरक्षा मुहैया कराइ जाय और अभ्रदता करने वाले अधिवक्ता के खिलाफ तत्काल मुकदमा कायम कर उनकी गिरफ्तारी की जाय।
तहसील परिसर में अपनी पांच सूत्रीय मांगों को लेकर ज्ञापन प्रशासन को सौपा।
इस मौके पर लेखपाल आदर्श तिवारी,हरिप्रसाद दूबे, पंकज गुप्ता, सुरेन्द्र कुमार श्रीवास्तव, अशोक कुमार गौतम, माता प्रसाद शुक्ला, दिनेश कुमार तिवारी, जगदीश विश्वकर्मा, राजस्व निरीक्षक गिरजा प्रसाद तिवारी,अक्षयवरनाथ तिवारी, रामशंकर पाण्डेय आदि धरनें में शामिल रहें राजस्व निरीक्षक अपने हाथों में काली पट्टी बांधकर विरोध जताया तथा कार्य बहिष्कार किया।लेखपाल के धरने पर बैठने के बाद राजस्व विभाग क सारे काम पूरी तरह से बाधित नजर आये।
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