अमेठी।अमेठी के विकासखंड अमेठी के वियासिया में चल रहा श्रीमद भागवत कथा का अंतिम दिन सुदामा चरित्र
अमेठी से चंदन दुबे की रिपोर्ट
अमेठी।अमेठी जनपद विकास खण्ड अमेठी बियसिया ककवा में कथा यज्ञमान डॉ राधेश्याम तिवारी के यहाँ संगीतमय श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ बधुवार को कृष्ण-सुदामा लीला का वर्णन हुआ कथा ब्यास राजेंद्र जी महाराज ने श्रद्धालुओं को अनेक संदेश दिए।अंतिम दिन कथा सुनने हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचे।श्री शास्त्री ने भगवान कृष्ण एवं भक्त सुदामा की कथा का मार्मिक प्रसंग सुनाकर भक्तों को मंत्र मुग्ध कर दिया।
राजेन्द्र जी महाराज ने बताया कि सुदामा अत्यंत गरीब थे।एक समय ऐसा भी आ गया कि इनको यहां 21 दिन से परिवार के किसी भी सदस्य को अन्न का दाना भी पेट भरने नहीं मिला।उसके बाद भी सुदामा ने भगवान का भजन नहीं छोड़ा भगवान पर से विश्वास नहीं हटाया।इसका फल सुदामा को प्राप्त हुआ कि जब सुदामा द्वारका भगवान कृष्ण से मिलने पहुंचे तो भगवान ने विप्र सुदामा को अपनी सोने की सिंहासन पर बैठाया एवं भक्त सुदामा के चरण अपने आसुओं से धोए।गरीब सुदामा को प्रभु ने बहुत सम्मान दिया।यह कथा समाज को शिक्षा देती है कि कृष्ण जैसे लक्ष्मीपति भी बन जाओ पर गरीबों का समाज में आदर सम्मान जरूर होना चाहिए।बाल संत ने कहा कि कृष्ण एवं सुदामा की कथा समाज में जो गरीब एवं अमीर में भेद है इसको मिटाती है।अंतित दिन कथा सुनने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे।
इस संगीतमयी प्रस्तुति के मौके पर डॉ विवेक तिवारी,डॉ अभिषेक तिवारी,विनोद मिश्र जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अमेठी आदि श्रद्धालुओं उपस्थित रहे।
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